
हरियाणा: पोर्टल पर सरकारी कर्मचारियों का डाटा अपडेट नहीं होने के चलते एक लाख से अधिक अध्यापको क वेतन रुक गया है। वेतन रूकने का कारण निदेशालय और अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा है।
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हरियाणा स्कूल लेक्चर्स यूनियन (हसला) के प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंधु के मुताबिक यहां खामी शिक्षकों की नहीं है, यह लापरवाही निदेशालय स्तर पर हुई। ई-पोस्टिंग डाटा को समय रहते निदेशालय ने वित्त विभाग को नहीं भेजा। इसी लिए वेतन रूक गया है।
जुर्माने का बढा बोझ: जब तनखाह ही खाते मे आए तो ऐसे मे बैंक लोन की किश्तें भी नहीं भरी जा रही है। जिसके चलते जुर्माने का भुगतान शिक्षकों को करना पड़ रहा है। बार-बार एचआरएमएस में सारा डाटा अपलोड करने के आदेश दिए थे तो कर्मचारियों ने इसे गंभीरता से नहीं ले रहे है। उनकी लापरवाही के चलते ही सभी कर्मचारियों का वेतन रोक दिया गया।
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शिक्षा विभाग के प्रवक्ता का कहना है कि सेकेंडरी और एलिमेंटरी का ईपीएस एक साथ जारी हो गया था, इसकी वजह से वेतन रुका है, जिसे जल्द जारी कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सेकंडरी के शिक्षकों की सैलरी बन रही है, जबकि अन्य शिक्षकों का वेतन सोमवार तक जारी होगा।